सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पूंजी आस्ति अनुपात (
2.
विद्यमान उपबन्धों के अनुसार किसी पूंजी आस्ति के अंतरण पर उद्भूत होनेवाले पूंजी लाभ की संगणना करने में निर्धारिती को यह विकल्प है कि वहउसके अर्जन की लागत के स्थान पर उन दशाओं में जहां निर्धारिती ने आस्तिका अर्जन १ जनवरी, १९६४ के पहले किया था उस तारीख को उस आस्ति का उचितबाजार मूल्य रख दे.